ll अस्थियों से हिंदूस्तान लिख देना ll
बेशक मुझे इतिहास में तुम नादान लिख देना
मर जाऊँ तो मेरी अस्थियों से हिंदूस्तान लिख देना l
मेरा सब कुछ इसी मिट्टी की उपज है,
तिनका तिनका वतन के नाम लिख देना।
यूँ मनुष्य जाति बांट कर खून खराबा क्यूँ?
हिंदू या मुस्लिम नहीं सभी को इंसान लिख देना।
हरवक्त यूँ गफ़लतों को सियासत में रौंदते क्यूँ हो
तिमिर की हथेली पर भी उसका इमान लिख देना l
आईनें में कब तलक 'तन्हा' जुल्म देखा जायेगा
उन अदालतों की दिवारों पर भी बेइमान लिख देना l
------ अभिषेक तन्हा
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